Anxiety का इलाज

Anxiety यह आज के समय का ऐसा शब्द है जिससे हर कोई वाकिफ है। क्या है ये anxiety । क्या हैं इसके लक्षण, ये कैसे होता है, इसका उपचार क्या है। कौन सा चिकित्सा इसके उपचार में असरकारक है, दुर्भाग्यवश किसी भी anxiety के मरीज को इसकी जानकारी नही होती। विश्व की बडी शहरी आबादी इससे पीडित है । और फिर इसके आगे की अवस्थाएँ जैसे panic attack , migrain, shyjophreniya , suicide आदि रोगों मे बदल जाना ।
जब भी हमारा दैनिक संतुलन बिगड़ता है चाहे वह सोने जागने का हो या हमारा खानपान या फिर तनाव ये बीमारियां हमे घेर लेती हैं। ये है भौतिक करण। अब हम इसके मानसिक कारणो पर चर्चा करते हैं । मानसिक कारणो मे ज्यादा सोचना, नकारत्माक्ता, किसी तरह का भय, या प्यार मे नाकामयबी, असफलता आर्थिक तंगी, रोजगार न मिलना आदि अनेक उदाहरण हैं।
स्थिति तब और बिगड़ जाती है जब भौतिक अर्थात् शारिरीक व मानसिक दोनों विकार एक साथ व्यक्ति पर धावा बोलते हैं ।
सबसे बड़ी समस्या ये है की ये एक लाईलज बिमारी है। फिर भी मैं इसे लाईलज नहीं कह सकता क्यूंकि जो सैंकड़ों करण इसके होने के जिम्मेदार हैं उसी तरह कई थेरेपीया व व्यायाम के लगातार अभ्यास से इससे मुक्त हुआ जा सकता है।
सबसे खतरनाक बात ये होती है की जिस तरह कोई लाईलाज बिमारी जैसे aids सीधे प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करती है जो हमारे स्वास्थ्य की नीव है ठीक उसी प्रकार anxiety मानव की सोच व उसके आत्मसम्मान पर हमला करती है जो उसके वजूद की नीव है। ये दोनो ही बीमारियाँ  मानव के जीवन को तोड देती हैं इतना की जिससे किस्मत वाले ही उबर सकते हैं।
Anxiety के लक्षणों मे घबराहट होना, सांस फूलना, सिर भारी होना, शरीर मे झटके लगना, आंखों का गड़ ना , मस्पेशीयों में खिचाव, मन मे उदासी, व नकारत्मक्ता आदि आते हैं।
क्या इसका ईलाज है? यदि हम एलोपैथ मे देखें तो nuron टानिक नीन्द की दवा के साथ benjodaijipine दे देते हैं। इस ईलाज से मरीज को राहत तो मिल जाता है किन्तुइसके बहुत sideffect होते हैं जिनमे ड्रग adikshan बहुत ही खतरनाक है।
और किसी थरेपी मे इसका ईलाज सम्भव नही है।
ये समस्या दलदल में फसे मानव की तरह है जिसमे वो जितना हाथ मारेग उतना ही धंसता जायेगा।
इसिलिए जिस प्रकार किसी दलदल मे फंसे व्यक्ति को बाहर से तीन चार सहायको द्वारा निकाल जा सकता है उसी प्रकार anxiety को भी किसी एक थेरपी द्वारा ठीक नही किया जा सकता ।
इसलिये कई थरेपी के मिश्रण इस anxiety की बिमारी को ठीक करने मे इस्तेमाल करके इससे मुक्त हुआ जा सकता है किन्तु इसमे भी शर्त यही हैं की मरीज भी फिजिकल ऐक्टिविटी हैल्दी diet etc ka अनुशरन करअना है।

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